रे मेरे मन इन पत्थरों में न होना दिशाहारा
विषादों में डूबकर गुनगुनाना बंद मत कर
अपने जीवन को सफल कर ले तोड़कर मोहकारा
रखना बल जीवन में चिर-आशा हृदय में
शोभायमान इस धरती पर बहे प्यार कि धारा
संसार के इस सुख-दुःख में चलते रहना हँसते हुए
हृदय में सदा भर के रखना उनका सुधा धारा
सुन्दर भावों को बखूबी शब्द जिस खूबसूरती से तराशा है। काबिले तारीफ है।
ReplyDeleteसंसार के इस सुख-दुःख में चलते रहना हँसते हुए
ReplyDeleteहृदय में सदा भर के रखना उनका सुधा धारा
bahtrin bahut khub