फिल्म इश्किया में गुलज़ार जी का लिखा हुआ गाना जिसे रेखा भारद्ववाज जी ने गाया है को मैंने अपनी आवाज़ में गाने
की कोशिश की है गुस्ताखी माफ़ पर सुन लीजिये
खरगोश का संगीत राग रागेश्री पर आधारित है जो कि खमाज थाट का सांध्यकालीन राग है, स्वरों में कोमल निशाद और बाकी स्वर शुद्ध लगते हैं, पंचम इसमें वर्जित है, पर हमने इसमें अंत में पंचम का प्रयोग भी किया है, जिससे इसमें राग बागेश्री भी झलकता है. ..
हमारी फिल्म का संगीत वेद नायेर ने दिया है. .. वेद जी को अपने संगीत कि प्रेरणा जंगल में चिड़ियों कि चहचाहट से मिलती है... Here is my web blogफिल्म
बेहतरीन,
ReplyDeleteसुनकर बहुत अच्छा लगा.
खरगोश का संगीत राग रागेश्री पर
ReplyDeleteआधारित है जो कि खमाज थाट का सांध्यकालीन
राग है, स्वरों में कोमल निशाद और बाकी स्वर शुद्ध लगते हैं,
पंचम इसमें वर्जित है, पर
हमने इसमें अंत में पंचम
का प्रयोग भी किया है, जिससे इसमें राग बागेश्री भी झलकता है.
..
हमारी फिल्म का संगीत वेद नायेर ने दिया है.
.. वेद जी को अपने संगीत कि प्रेरणा जंगल में चिड़ियों कि चहचाहट
से मिलती है...
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