हृदयोद्गार........... जंगलों में सर पटकता जो मुसाफ़िर मर गया, अब उसे आवाज देता कारवाँ आया तो क्या ? ----- ’जोश’ मलीहाबादी
आपसे अनुरोध है की कृपया लोगिंग करके अपने दोनों ब्लॉग फिर से सम्मिलित करें, इसके साथ हमारीवाणी के मुख्य प्रष्ट पर सबसे नीचे दिए लिंक हमसे संपर्क करें" पर क्लिक करके अपनी परेशानी से हमें लिख कर भेज दें. असुविधा के लिए खेद है!
chand shabdo me bahut badi baat..........!
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