हृदयोद्गार........... जंगलों में सर पटकता जो मुसाफ़िर मर गया, अब उसे आवाज देता कारवाँ आया तो क्या ? ----- ’जोश’ मलीहाबादी
वाह क्या बात है.....सही है घास चरने के बाद प्याज की डिमांड क्यों हाहाहाहाहा बढ़िया कटाक्ष
अच्छा व्यंग यहाँ आपका स्वागत है गुननाम
aur kya !
बढ़िया व्यंग!
वाह क्या बात है.....सही है घास चरने के बाद प्याज की डिमांड क्यों हाहाहाहाहा बढ़िया कटाक्ष
ReplyDeleteअच्छा व्यंग
ReplyDeleteयहाँ आपका स्वागत है
गुननाम
aur kya !
ReplyDeleteबढ़िया व्यंग!
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